अपनी मर्ज़ी से जीने की शक्ति
पैर खुद के बने हुए होते हैं। इन्हें स्वीकार करना ज़रूरी है। ये हमें मजबूत स्थान पर रखते हैं । हम अपने पैरों से ही धरती पर खड़े हो सकते है
पैर खुद के बने हुए होते हैं। इन्हें स्वीकार करना ज़रूरी है। ये हमें मजबूत स्थान पर रखते हैं । हम अपने पैरों से ही धरती पर खड़े हो सकते है